क्या होता है नाक में निम्बू डालने से, कैसे बना कुछ लोगो की मौत की वजह
आज कल सोशल मीडिया पर कोरोना महामारी के बहुत से विद्वान अपना ज्ञान प्रसारित करने में लगे हुए हैं। कुछ साइंटिफिक बातें कर रहे हैं तो कुछ बिना सिर पैर के नुस्खे बता रहे हैं। हालात इतने भयावह बने हुए हैं की लोग न चाहते हुए भी जोखिम लेकर ऐसे उपाय कर लेते हैं। ऐसा ही एक नाक में नींबू रस का नुस्खा जिससे कई लोग गंभीर बीमार और कुछ लोगों की जान भी चली गयी
सबसे पहले तो यह की नाक में नींबू का रस डालने से करोना वायरस से छुटकारा नहीं पाया जा सकता है।
क्या है नाक में नींबू रस डालने का नुस्खा
अब आप ऊपर की न्यूज़ पढ़कर कोई रिस्क न लें, क्योंकि सबका शरीर बहुत अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है, किसी के लिए जो चीज अमृत समान है हो सकता है वो आपके लिए विष समान हो।
लेकिन एक बात है जो 1 वीडियो और साथ ही एक लेडी ने अपने ऑडियो संदेश व्हाट्सएप पर चलाई हुई है जिसमे उन्होंने बताया है की कैसे नाक में निम्बू रस डालने से उनको उबकाई और उल्टी (Vomiting) हुई।
उल्टी आने के बाद उसमें से बहुत बलगम निकली और ऐसा 3 बार हुआ। जिसकी वजह से उनका ब्लड ऑक्सीजन लेवल जो कम हो गया था वापस 97 पर आ गया उन्हें सांस लेने में तकलीफ समाप्त हो गई और वह बहुत हल्का महसूस करने लगी और वह ठीक हो गई है।
क्या हुआ होगा नाक में नींबू रस डालने से
यदि आप नाक में नींबू रस डालते , हैं तो उससे आपको उल्टी आएगी और उस उल्टी से शायद आपका नेसल (नाक) पैसेज और एयर पाइप से बलगम निकलती है जिसकी वजह से आप को सांस लेने में आसानी होती है और आपको लगता है कि करोना दूर चला गया है।
लेकिन देखा गया है की बहुत से लोगों ने ये प्रयोग किया बहुत सारे लोगों को इससे आराम मिला, लेकिन बहुत से ऐसे भी लोग थे जिनकी हालत ख़राब हो गयी, बहुत से लोगों के नाक से खून आने लग गया, घबराहट और बेचैनी होने लग गयी। और कुछ लोगों की जान भी चली गयी। इसलिए ऐसे किसी भी प्रयोग का इस्तेमाल न करें जिसका कोई वैज्ञानिक तर्क न हो, क्योंकि सोशल मीडिया पर बहुत से लोग सिर्फ अपनी पोस्ट को वायरल करने के लिए ये ऊल-जलूल बातें करते हैं।
करोना नींबू से ठीक नहीं होता है । यह एक मेडिकल सत्य है । लेकिन नींबू डालने से यदि उबकाई आती है और आपकी छाती में फंसी हुई बलगम निकलती है , तो आपको रिलीफ महसूस होती है , इसलिए यदि आप इसे अपनाना चाहे तो यह एक खतरा भी हो सकता है, इसलिए सोच समझकर इसका प्रयोग करें।
ऊपर के समाचार के अनुसार रायचूर के नटराज कॉलोनी में रहने वाले बासव राज जो की पेशे से स्कूल टीचर थे, उन्होंने अपनी नाक में नींबू का रस डाल लिया; जिससे वो घर पर बेसुध हो गए और हॉस्पिटल ले जाते समय उनकी मौत हो गयी।
बहुत से वायरल मेसेज में 200 लोगों के ठीक होने की बातें की जा रही हैं, लेकिन अगर आप lungs की health सुधारना चाहते हैं तो बहुत से ayurved के मान्यता प्राप्त औषधियाँ और काढ़े हैं, उनकी बजाय बिना वजह किसी की भी बात सुनकर अपनी जान जोखिम में न डालें।
अगर आप नाक में कोई लिक्विड डालना चाहते हैं तो सरसों का तेल, षटबिन्दु तेल, बादाम रोगन आदि डाल सकते हैं।
अगर आप कोई लिक्विड ड्रॉप यदि नाक के रास्ते से लेते हैं तो नाक एयरवे से जुड़ा होने के कारण उसे ब्लॉक या क्षति ग्रस्त कर सकता है।
यहाँ किसी ने बिना शोध के थ्योरी लगाई कि वायरस अम्लीय विलयन में नहीं जीवित रह सकता है -और नींबू से अम्लता बढ़ती है। लेकिन यह थ्योरी गलत है। कोविड वायरस अम्लीय विलयन में भी जीवित रहता है।
एक /दो व्यक्ति जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट हुआ है, उनके नाक में नींबू डालने के बाद उल्टी आने के कारण या उनके विंड पाइप में बलगम पास जाने से श्वास नली ब्लॉक हो गई और इमरजेंसी में उन्हें जाना पड़ा और मृत्यु भी हो गई।
इस समय जब लोगों को अफ़वाहें फैलाने से बचना चाहिए तब सबसे ज़्यादा अफ़वाहें फैला रहे हैं। कोई कह रहा है नया काढ़ा आया है इसको पीयो कोई कुछ तो कोई कुछ। इसलिए इसमें सावधानी बहुत जरूरी है।
Covaxin, Covishield not for everyone – जानिए क्या हैं साइड इफेक्ट्स(Opens in a new browser tab)