PCOD/PCOS की समस्या के लिए उपयोगी 8 Kitchen Herbs- Research Studies
PCOD/PCOS की समस्या महिलाओं में मुख्य है ये लगभग 12 से 45 वर्ष के 5 % से 10% महिलाओं में होने वाला विकार है पहले तो ये समस्या 30 से 45 वर्ष की महिलाओं को होती थी पर अब स्कूल कॉलेज जाने वाली लड़कियों में भी ये समस्या पाई जाती है
आजकल की भाग दौड़ की जिंदगी में व्यक्ति इतना व्यस्त हो जाता है की वह खुद के लिए समय ही नही निकाल पाता है। यह समस्या पुरुषो के मुकाबले महिलाओं में कही ज्यादा है, शहरों की बात करें तो यहाँ पर ज्यादातर महिलाएं कामकाजी होती है और इन महिलाओं को बच्चो, घर और ऑफिस के बीच में संतुलन बनाना पड़ता है जिससे वह हमेशा खुद के बारे में ना सोचकर अपने परिवार और बच्चों की सेहत का ज्यादा ख्याल रखने की कोशिश करती है।
जिससे महिला समय पर न तो खाना खा सकती है और नहीं पूरी नींद ले सकती है और उनको सेहत से समझोता करना पड़ता है जिससे महिलाऐं तनाव में रहना शुरू कर देती है जो कई प्रकार की बिमारियों का कारण बनता है जिसमे PCOD/PCOS की समस्या महिलाओं में मुख्य है। लगभग 12 से 45 वर्ष के 5 % से 10% महिलाओं में होने वाला विकार है, पहले यह समस्या 30 से 45 वर्ष की महिलाओं को होती थी पर अब स्कूल कॉलेज जाने वाली लड़कियों में भी ये समस्या पाई जाती है।
What is PCOD ?
Polycystic Ovarian Disease ये महिलाओं में एण्ड्रोजन यानि पुरुष हार्मोन की अधिकता से होने वाला विकार है
PCOD/PCOS main reason
- शरीर के वजन में अत्यधिक वृद्धि होना / Increased Body Weight
- तनाव का बढ़ना / Stress
- इन्सुलिन रेजिस्टेंस /Insulin Resistance
- वंसानुगत/ अनुवांशिक
इसके आलावा ये दो वजह भी इसका कारण हो सकती हैं
- मोटापा
- इन्सुलिन रेजिस्टेंस
मोटापा तो इस समस्या की जड़ है ही इसके साथ ही रक्त में अत्यधिक मात्रा में इन्सुलिन हो जाने के कारण ये इन्सुलिन ovaries पर कार्य करता है और वहा से एण्ड्रोजन के स्त्राव को बढाता है जो PCOD की समस्या का मूल कारण है जिससे Anovulation हो जाता है यानि अण्डों का निकलना बंद हो जाता है जो इनफर्टिलिटी की तरफ ले जाता है।
इसलिए PCOD के ईलाज में वजन कम करने और इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करने पर ज्यादा जोर दिया जाता है
Symptoms of PCOD
- मासिकधर्म में परिवर्तन
- थकान
- शरीर और चहरे पर अत्यधिक बाल उगना
- बाल पतले होना
- सरदर्द रहना
- उच्च रक्तचाप
- कुछ में डायबिटीज
- निसंतानता
- नींद कम आना
- हार्मोन में असंतुलन
ये समस्या ज्यादा गंभीर होने पर महिलाओं को गर्भवती होने में काफी समस्या आती है
8 Herbs for natural treatment of PCOD/PCOS
आज यहा पर हम PCOD/PCOS के ईलाज में उपयोगी कुछ महत्वपूर्ण Home Remedies घरेलू उपचार के बारें में चर्चा करेंगे
- दालचीनी (Cinnamon)
- ग्रीन टी (Green Tea)
- जीरा (Cummins)
- मुलेठी (Licorice)
- शतावरी (Shatavari /Asparagus)
- कद्दू के बीज (Pumpkin seed )
- तुलसी (Basil)
- हल्दी (Turmeric )
1. दालचीनी Cinnamon uses in PCOD/PCOS
दालचीनी आमतौर पर रसोईघर में आसानी से मिल जाती है जो PCOD की समस्या में हर तरीके से रामबाण सिद्ध हो सकती है। दालचीनी में मुख्य घटक Cinnamaldehyde पाया जाता है जो इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है इसके साथ ही महिलाओं के हार्मोन Progesterone को भी बढाता है और testosterone पुरुष हर्मोन को कम करके हर्मोन बैलेंस करने में सहायक है
उपयोग की विधि
आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास पानी में मिलाकर दिन में दो बार पीना होता है। आप दालचीनी पाउडर को जूस में मिक्स करके भी उपयोग में ले सकते है।
2. ग्रीन टी – Green Tea uses in PCOD/PCOS
ग्रीन टी में मुख्य घटक Catechins पाए जाते है जो एक प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट होते है ये वजन कम करने और हार्मोन संतुलन में उपयोगी है।
उपयोग की विधि
कुछ ग्रीन टी की पत्तिया या ग्रीन टी बैग को गर्म उबलते पानी में पांच मिनट तक रखे फिर छान कर ठंडा करके उपयोग करें।
3. जीरा – Cummin Seeds uses in PCOD/PCOS
जीरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य रसायन रक्त में ग्लूकोस की मात्रा को संतुलित करने में उपयोगी है
उपयोग की विधि
आधा चम्मच जीरा पाउडर को एक गिलास पानी में मिलाकर2 से 3 मिनट तक उबाले फिर छान कर ठंडा करके दिन में दो बार उपयोग करें।
4. मुलेठी Licorice uses in PCOD/PCOS
मुलेठी में एंटी adrenergic गुण पाया जाता है जो मेल हार्मोन को कम करने में उपयोगी है
- इसके साथ मुलेठी सुजन रोधी भी है
- इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करती है
- मुलेठी लीवर detoxification में भी उपयोगी है
इस प्रकार मुलेठी PCOD के उपचार में काफी उपयोगी है
उपयोग की विधि
एक इंच मुलेठी की जड़ या आधा चम्मच मुलेठी पाउडर को एक गिलास पानी में दस मिनट तक उबाले फिर छान कर ठंडा करके दिन में दो बार उपयोग करें
5. शतावरी Asparagus uses in PCOD/PCOS
इसमें बायोफ्लेवानोइड के साथ साथ जिंक और कैल्शियम भी पाया जाता है जो मासिक चक्कर को संतुलित करने में सहायक है इन्सुलिन की मात्रा को संतुलित करने के साथ साथ हार्मोन बैलेंस भी करने में शतावरी काफी उपयोगी है
उपयोग की विधि
1/4 से 1 /2 चम्मच पाउडर को दूध के एक गिलास में डालकर सेवन करना उपयोगी होता है
6. कद्दू के बीज Pumpkin Seed uses in PCOD/PCOS
कद्दू के बीज में कई विटामिन minerals के साथ साथ बीटा सीटोस्टेरोल पाया जाता है जो एण्ड्रोजन को कम करने में उपयोगी है
उपयोग की विधि
1 से 2 ग्राम बीजों का सेवन रोज उपयोगी होता है
7. तुलसी Basil uses in PCOD/PCOS
ये स्ट्रेस को कम करने में उपयोगी है क्योकि ये कोर्टिसोल के लेवल को कम करती है रक्त में ग्लूकोस की मात्रा को भी कम करती है वजन बढ़ना रोकती है।
चार से पांच तुलसी की पत्तियों का सेवन PCOD में उपयोगी होता है।
8. हल्दी Turmeric uses in PCOD/PCOS
हल्दी में मौजूद curcumin एक एंटीऑक्सीडेंट है जो सुजन रोधी होने के साथ साथ रक्त में ग्लूकोस को भी कम करता है इन्सुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करती है।
हल्दी का 1/4 से 1 /2 चम्मच पाउडर को दूध के एक गिलास में डालकर सेवन करना उपयोगी होता है
इनके इलावा PCOD/PCOS के उपचार में कुछ आवश्यक विटामिन और nutrition निमंलिखित है
- इनोसिटोल
- क्रोमियम
- जिंक
- कैल्शियम
- विटामिन डी
- प्रोबिओटिक