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लकवा रोग (Paralysis) क्यों होता है इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं?

लकवा रोग
18 Mar

लकवा रोग (Paralysis) क्यों होता है इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं?

लकवा (Paralysis) का सम्बन्ध दिमाग से है। जब किसी को लकवा मारता है तो असल में उनके दिमाग का कोई भाग काम करना बंद कर देता है। जब हम हिलने डुलने में असमर्थ हों तो उसी को लकवा मारना कहते हैं। अक्सर यह शरीर के आधे भाग में होता है।

दिमाग और लकवा (Paralysis)

हमारे हिलने डुलने का पूरा कण्ट्रोल हमारा दिमाग करता है। वैसे तो दिमाग के अलग अलग भाग इसमें सम्मिलित रहते हैं लेकिन खासकर प्रमुख मोटर कोर्टेक्स की इसमें सबसे अहम् भूमिका रहती है। नीचे लाल वाला भाग प्राइमरी मोटर कोर्टेक्स का है। इसके अलावा हमारे दाहिने भाग के हिलने डुलने की प्रक्रिया का अधिकतर कण्ट्रोल हमारे दिमाग का बायां भाग करता है और बाएं तरफ का दायां भाग।

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लकवा की क्या वजह होती है : जब हमारे दिमाग का वह भाग जो चलने फिरने के काम आता है अगर मर जाए तो हमारे हिलने में परेशानी होती है और हमको इसी वजह से लकवा मारता है।

  • ठीक जैसे दिल का दौरा पड़ता है अगर यही प्रक्रिया दिमाग में हो तब इसे स्ट्रोक कहते हैं।
  • कभी कभी किसी ट्यूमर की वजह से भी हो सकता।
  • कभी कभी यह सर पर गहरी चोट लगने से भी हो सकता है।
  • वैसे अधिकतर लोगों के लकवा की वजह स्ट्रोक होता है।

(Paralysis) स्ट्रोक क्या है ?

जब हमारे दिमाग की नसों में प्लेक की वजह से खून क्लॉट करने लगता है तो दिमाग के कुछ भागों में खून जाना बंद हो जाता है। यह ठीक हार्ट अटैक की तरह से होता है। दिमाग के जिस भाग में खून नहीं पहुंचता वह भाग मरना शुरू कर देता है।

लकवा रोग

जैसे जैसी वक्त बीतता है यह भाग और कष्टातिग्रस्त हो जाता है।

लकवे (Paralysis) में क्या होता है?

हमारा दिमाग हमारे शरीर के हर प्रक्रिया को कण्ट्रोल करता है। हमारे चलने से लेकर बोलने तक , देखने से लेकर सूँघने तक और स्वाद से लेकर हमारे सोचने का हर काम दिमाग के अलग अलग भाग करते हैं। स्ट्रोक के वक्त दिमाग के किस भाग में क्षति पहुंची है उसके हिसाब से मरीज को अलग अलग समस्या हो सकती है और अधिकतर पाया जाता है की शरीर का एक भाग सुन्न हो जाता है।

लकवा रोग

लकवे के स्ट्रोक से कैसे बचें :

स्ट्रोक सच में बहुत ही खतरनाक है और लकवा लोगों का जीना मुश्किल कर देता है। आप कुछ चीजों पर ध्यान देकर इसको होने की सम्भावना को कम कर सकते हैं।

  • अपने डॉक्टर से मिलकर शारीरिक और खून की जांच करवाएं। इससे ब्लड शुगर और कलेस्टरॉल मालूम पड़ेगा।
  • अपने ब्लड प्रेशर को नार्मल रेंज में लाएं। 80/120 उत्तम माना जाता है। हमारा 60/100 है जो की सच में बहुत ही अच्छा है।
  • वजन कम करें। इससे ब्लड प्रेशर भी कम होगा।
  • व्यायाम वगैरह नियमित रूप से करें।
  • धूम्रपान कत्तई ना करें।
  • अगर मधुमेह की बिमारी है तो उसका इलाज़ करवाएं।

करीब 85 प्रतिशत लोगों में दिमाग की खून की नली अवरुद्ध होने पर व करीब 15 प्रतिशत में दिमाग में खून की नस फटने से लकवा होता है।

दिमाग के एक हिस्से में जब खून का प्रवाह रुक जाता है तो दिमाग के उस हिस्से में क्षति पहुंचती है, जिससे लकवा होता है।

दिमाग में रक्त पहुंचाने वाली खून की नली के अंदरूनी भाग में कोलेस्ट्रॉल जमने से मार्ग सकरा होकर अवरुद्ध हो जाता है या उसमें खून का थक्का हृदय से या गले की धमनी से निकलकर रक्त प्रवाह द्वारा पहुंचकर उसे अवरुद्ध कर सकता है।

Jagdish Singh

Blogger

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