Corona Vaccine की दोनों डोज़ लेने के बाद भी कोरोना का ख़तरा बना रहता है?
पहले ये जान लो कि Corona Vaccine उपचार नहीं है । रोकथाम और इलाज में फर्क होता है। अभी भी Corona की कोई सटीक दवाई नहीं बनी लेकिन हमने Vaccine बना ली है। इस vaccine से जो संक्रमित नहीं हैं उन्हें एक सुरक्षा कवच मिल सकता है। ठीक वैसे ही जैसे पोलियो की खुराक पोलियो ग्रस्त मरीज का इलाज नहीं करती बल्कि स्वस्थ व्यक्ति को पोलियो होने से बचाती है।
साधारण शब्दों में Corona Vaccine हमारे शरीर को बाहरी आक्रमण (वायरस/Virus, बैक्टीरिया/Bacteria ) से लड़ने के लिए पहले ही जागरूक कर देती है, जिससे हमारा शरीर उस वायरस के हिसाब से पहले ही लड़ाई का साजो सामान तैयार कर लेता है। ये हो गई साधारण भाषा अब जानते हैं विज्ञान के शब्दों में शरीर में क्या होगा।
Blood Cells in our body
- रेड ब्लड सेल्स Red Blood Cells (RBC)
- व्हाइट ब्लड सेल्स White Blood Cells (WBC)
- प्लेटलेट्स (Platelets)
Working of White Blood cells
व्हाइट ब्लड सेल्स हैं, जिन्हें हम WBC भी कहते हैं, वो होती है हमारे शरीर की योद्धा – जो किसी बाहरी आक्रमण (Infection) होने पर शरीर में वायरस से युद्ध लड़ती है, इम्युनिटी बढ़ाने के लिए इन्ही ब्लड सेल्स को आधार माना जाता है। व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) टी किलर सेल्स Killer Cells को ट्रिगर या जागरूक कर देती है और किलर सेल्स उस वायरस Virus को मार देती हैं । Corona Vaccine में हम मरे हुए या कमजोर वायरस (एंटीजन) का इस्तेमाल करते हैं। इसी प्रक्रिया में बी सेल्स प्लाज्मा ( एंटीबॉडी) और मैमोरी सैल्स बनाता हैं।
How Vaccine works?
अब ये जो मैमोरी सैल्स जो हैं वो इस वायरस Virus को याद कर लेते हैं, अब जब कभी भी दुबारा वो Virus शरीर में आयेगा तो ये ऊपर वाला पूरा प्रोसेस ना हो कर के सीधा एंटीबॉडी बनने लगेंगे और वायरस खत्म।
अब ये एंटीबॉडी (Antibody) भी कई तरह के होते हैं तो जब पहला शॉट (Corona Vaccine की पहली डोज़) लेंगे तो जो एंटीबॉडी बनेगा आई जी एम उसकी क्षमता बहुत ज्यादा होती है लेकिन उम्र कम होती है, और इसके बाद बनता है आइजी जी एंटीबॉडी IgG antibodies जो धीरे धीरे बनता है तो पहले शॉट पर ये प्रोसेस होगा बॉडी में।
What is IgG antibodies?
IgG antibodies शरीर अपने आप विकसित करता है जब आप कोरोना से संक्रमित होते हैं, IgG antibodies एक तरह के प्रोटीन होते हैं जो आपका इम्यून सिस्टम अपने आप बनाता है। इन्ही को हम सीरम या plasma भी कहते हैं। ये तकरीबन 7-10 दिनों के भीतर आपकी बॉडी में बनते हैं जो आपको संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
जब हम दूसरा शॉट (Corona Vaccine की दूसरी डोज़) लेंगे तो डायरेक्ट आईजीजी एंटीबॉडी IgG antibodies बनेंगे भारी संख्या में बनेंगे और इनकी उम्र भी ज्यादा होती है तो ये लंबे समय तक हमें प्रोटेक्शन (सुरक्षा) देंगे ।
तो पहले शॉट से तो बस शरीर वाइरस से लड़ाई का आधार तैयार करेगा और दूसरे शॉट से पूरा असला उसके पास होगा लेकिन जैसा कि हम जानते है वायरस भी म्यूटेशन करता है तो ऐसे में १००% सेफ्टी की गारंटी कोई वैक्सीन नहीं देती है चाहे वो अमेरिका की हो या भारत।
तो 95% चांस है कि आपको वाइरस इफेक्ट नहीं करेगा लेकिन किया भी तो आपको हॉस्पिटल और मौत से सुरक्षा मिल जायेगी इसलिए वैक्सीन अवश्य लगवाएं और बिल्कुल भी अपवाहों पर ध्यान ना दे ।
ये भी पढ़ें – अगर पहले से है गंभीर बीमारी तो वैक्सीन लगवाने में बरतें सावधानी
Immune Boosting Foods: डाइट में शामिल करें ये चीजें, इम्यूनिटी होगी मजबूत