Vitamin B-12 की कमी है खतरनाक, क्या होते हैं संकेत? कैसे करें पूरा?
Vitamin B-12 आपके मस्तिष्क (दिमाग) और दिल को हेल्दी बनाए रखने में महत्वपूर्ण है। Vitamin B-12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण तथा कोशिकाओं की डीएनए की संरचना के निर्माण मरम्मत में भी मुख्य भूमिका निभाता है।
यह विटामिन दिमाग की कोशिकाओं, स्पाइनल कार्ड एवं नसों की संरचना में भी सहायक होता है। इसके अतिरिक्त शरीर के सभी अंगों के लिए प्रोटीन बनाने एवं पहुँचाने का काम करता है।
पहले हम जान लेते है कि विटामिन बी 12 होता क्या है?
मानव शरीर को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार की आवश्यकता होती है। संतुलित आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, मिनरल्स जैसे पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्निशियम, आयरन, ताम्बा, जस्ता एवं सभी प्रकार के विटामिन्स की आवश्यकता होती है।
शरीर के उचित पोषण के लिए इन सभी पोषक तत्वों का अपना विशेष महत्त्व है। कार्बोहाइड्रेट से शरीर में उर्जा का संचार होता है। प्रोटीन से शरीर की मांसपेशियां विकसित एवं मजबूत होती हैं। मिनरल्स में कैल्शियम से हड्डियाँ मजबूत होती हैं एवं पोटेशियम और मैंग्निशियम से ह्रदय में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है और विटामिन्स हमारे शरीर को कई प्रकार के रोगों से बचाता है।
इन्हीं विटामिन्स के प्रकारों में से विटामिन बी 12 भी एक है। जिसका हमारे शरीर के पोषण में महत्वपूर्ण स्थान है। आज हम इस लेख के माध्यम से Vitamin B-12 की शरीर के लिए उपयोगिता की जानकारी साझा करेंगे।
Vitamin B-12 की कमी से क्या होता है?
वसा(Fat) को ऊर्जा(Energy) के रूप में परिवर्तित करने वाला बी12 शरीर के तापमान को नियंत्रित (Control Body Temperature ) रखने में अहम भूमिका निभाता है। शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने का काम विटामिन बी12 ही करता है।
यह मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के सही से काम करने, कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत तथा ब्रेन, स्पाइनल कोर्ड और नसों के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का काम ही नहीं करता, वरन् शरीर के हर हिस्से की नर्व्स को प्रोटीन देने का काम भी करता है।
विटामिन बी-12 जन्म संबंधी विकृतियों के विकास को रोकने के लिए एक केंद्रीय तत्व है, इसलिए जो महिला गर्भ धारण की योजना बना रही है, उसे इसकी कमी की जांच जरूर करवा लेनी चाहिए।
आइए अब आपको बताते है विटामिन बी 12 किन-किन चीजों से मिलता है।
Vitamin B-12 के स्रोत:
अंडे, मछली, चिकन, दूध से बने उत्पाद, पनीर, खोया, दही, दूध पाउडर, खमीर, सी फूड्स, काजू और तिल आदि में हमें विटामिन बी 12 मिलता है दूसरी भाषा में यह विटामिन बी 12 के स्रोत है।
Vitamin B-12 की कमी से शरीर में दिखने वाले कुछ लक्षण
- हाथ-पैरों में झनझनाहट और जलन अथवा ठंडे पड़ना
- जोड़ों में दर्द बढ़ना
- कुछ भी याद रखने में परेशानी होना
- दिल की धड़कनें तेज होने और सांस फूलना
- त्वचा पीली पड़ना
- मुंह तथा जीभ में दर्द
- भूख कम लगना
- थकान, कमजोरी महसूस होना
- धुंधलेपन, वजन घटना
- बार बार डायरिया या कब्ज होना
- बहुत ज्यादा पसीना आना
- चलने में कठिनाई होना
- अनावश्यक थकान होना
- डिप्रेशन (तनाव, चिंता)
विटामिन बी 12 की कमी के कुछ अन्य लक्षण:
जैसा आपको ऊपर बता चुके है विटामिन बी 12 की हमारे शरीर में क्या जरूरत है। इसकी कमी होने पर आपको कोई परेशानी ना हो इसलिए आपको विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण पता होने चाहिए जिससे सही समस्य पर आपको इसकी पहचान हो सकें और अगर कमी हो तो डॉक्टर से परामर्श लें।
गर्भवती महिलाओं का अस्वस्थ होना: विटामिन बी 12 की कमी से गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य संबंधित कई तरह की परेशानियों से जूझती हैं। उनके स्वास्थ्य पर गलत असर पड़ सकता है इसलिए गर्भकाल के दौरान इसकी जाँच जरूर करवानी चाहिए।
ज्यादा तनाव या चिंता करना: विटामिन बी12 की कमी के लक्षण में स्वस्थ व्यक्ति की तुलना में तनाव या चिंता से प्रभावित हो सकते हैं।
आँखों की रोशनी में कमी आना: अगर आपको यह महसूस होने लगे कि आपको आँखों की रोशनी संबंधित परेशानी हो रही है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि विटामिन बी12 की कमी के कारण भी आँख संबंधित विकार होते हैं।
थकान और अंगों में कमजोरी आना: शारीरिक कमजोरी और थकान होना, विटामिन बी12 की कमी के संकेत हैं।
भूख की कमी और कब्ज होना: Vitamin B-12 की कमी के कारण भूख में कमी आती है और कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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Daily Dosage of Vitamin B-12
हमारे शरीर को प्रतिदिन विटामिन बी 12 की 2.4 माइक्रोग्राम मात्रा की आवश्यकता होती है। आमतौर पर विटामिन बी 12 की कमी हार्मोनल रोग या क्रोनिक रोगों से ग्रस्त रोगीयों में पाई जाती है।
क्योंकि ज्यादा समय से दवाओं का सेवन करने के कारण शरीर में विटामिन बी 12 के अवशोषण की क्षमता कम हो जाती है फलतः यकृत में संरक्षित विटामिन बी 12 की मात्रा नष्ट हो जाती है। सामान्यतः इस विटामिन की कमी नहीं होती है। क्योंकि इस विटामिन का भण्डारण हमारे शरीर की यकृत में होता है। जो लम्बे समय तक इस विटामिन की आपूर्ति के लिए काफी होता है।
विटामिन बी 12 की उचित मात्रा शरीर में बने रहने से कैंसर रोग होने की संभावना कम हो जाती है।
Vitamin B-12 Rich Foods
इस विटामिन का मुख्य स्त्रोत एनिमल प्रोडक्ट्स जैसे – अंडा, पनीर, दूध, दही और चिकन, मछली एवं माँस है। यह शाकाहारी उत्पादों जैसे – फल, सब्जी आदि में नहीं पायी जाती है।
- आधा लीटर दूध में विटामिन बी 12 की करीब 2.4 से 2.8 माइक्रोग्राम मात्रा पाई जाती है।
- सौ ग्राम पनीर में इस विटामिन की करीब 3.4 माइक्रोग्राम मात्रा पाई जाती है।
- सबसे ज्यादा विटामिन बी 12 की मात्रा बकरे के पके हुए जिगर में 55 माइक्रोग्राम पाई जाती है।
- चिकन में 0.3 माइक्रोग्राम एवं दो अंडे में 1.5 माइक्रोग्राम विटामिन बी 12 मात्रा पायी जाती है। इसके अतिरिक्त समंदरी भोजन (sea foods) में विटामिन बी 12 की प्रचुर मात्रा पायी जाती है।
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